Saturday, June 14, 2025

Foes and friends

 ये तजुर्बा तेरे रक़ीबों के.. ये ही तो मेरा रक़ीब रहा.. 

तू ख़ुद को मुफ़लिस कहता रहा.. तेरा हुनर मेरे क़रीब रहा 🙏🙏

आभास

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