लगता है मेरी चाहत मर चुकी है....
पेहले थी जहा क्यारी सी बिछुदने के दुखो ki ,
वहा बस एक कलि सी टीस घर कर चुकी है..
लगता है मेरी चाहत मर चुकी है....
तुम खुश हो.. क्या तुम भी खुश हो...
सवालू की ये लडि मेरी अपनी खुषिया बेअसर कर चुकी है...
लगता है मेरी चाहत मर चुकी है....
पेहले थी जहा क्यारी सी बिछुदने के दुखो ki ,
वहा बस एक कलि सी टीस घर कर चुकी है..
लगता है मेरी चाहत मर चुकी है....
तुम खुश हो.. क्या तुम भी खुश हो...
सवालू की ये लडि मेरी अपनी खुषिया बेअसर कर चुकी है...
लगता है मेरी चाहत मर चुकी है....
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